गुजरा पल अब आपका रहा नहीं,
आनेवाले पल का कुछ पता नहीं,
ऐसे पल का क्यों कर रहे इंतजार.
कौन जाने किसका गर आपका नहीं.
जब झूला जिंदंगी का तेज- तेज झूले,
निर्णय केन्द्रित दिमाग से पल पल ले लें.
रखें दिमागी संतुलन युद्द - लड़ाके जैसा,
गिरी तलवार उठालें हमला होने से पहले.
इस पल के हों बल्लेबाज,
आती गेंद पर नजरें-बाज.
ध्यान बना रहे पल आज,
वही निशाना जीते, ताज.
आनेवाले पल का कुछ पता नहीं,
ऐसे पल का क्यों कर रहे इंतजार.
कौन जाने किसका गर आपका नहीं.
जब झूला जिंदंगी का तेज- तेज झूले,
निर्णय केन्द्रित दिमाग से पल पल ले लें.
रखें दिमागी संतुलन युद्द - लड़ाके जैसा,
गिरी तलवार उठालें हमला होने से पहले.
इस पल के हों बल्लेबाज,
आती गेंद पर नजरें-बाज.
ध्यान बना रहे पल आज,
वही निशाना जीते, ताज.
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