SUNTA TO TOO HAI, MAIN JAB BHI BOLUN,
TAMANNA HAI. AAJ BOLUN YA KAL BOLUN,
SAMNE TERE , AANE KA SHOUR TO JUTAOU,
PHIR KAHIN JAKAR, APANI JUBAN KHOLUN.
TERI YAAD MAIN AYE KHUDA/ SUBHA MAHAK MAHAK GAYI.
RAT AAYI, PHIR TAL GAYI/ NAYI SUBHA LAHAK LAHAK GAYI.
YA MOHAMMAD, TOO HAI NOOR-E- ROSHNI
ANDHERA CHARON TARAF,
TOO HAI CHARAG-E-ROSHNI,
INSAN BEGANA HAI,APANE VAJUD SE
HO TERA KARAM TO PHELE ROSHNI.
कहने को है मुख़्तसर जिंदगी मगर ,
जैसे गुजर सकी, गुजार ली हमने .
अगला साल हो, या महो साल सही ,
यूँ ही कट जाये ,गुजारिश की हमने .
या मुहम्मद , तू है नूरे -रौशनी ,
अँधेरा चारों तरफ तू है चरागे -रौशनी
इंसां बेगाना है , अपने वजूद से ,
हो तेरा करम तो फैले रौशनी .
सुनता तो तू है ,मै जब भी बोलूं,
तम्मना है, आज बोलूं या कल बोलूं .
सामने तेरे आने का शोउर तो जुटाऊ ,
जाकर फिर कहीं अपनी जुबान खोलूं .
वक्त किसी तरन्नुम की माफिक ,
छु कर निकल जाये ,हम सबको .
उपरवाले का समां हो निराला ,
अह्सासे- वक्त कभी न हो हमको.
तेरी याद में ऐ खुदा ,
सुबह महक महक गयी.
शब् आई फिर टल गयी,
नयी सुब्ह लहक लहक गयी .
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